आम आदमी पार्टी का आरोप: “बिजली दर बढ़ाकर जनता को लूट रही है महाराष्ट्र सरकार”

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आम आदमी पार्टी का आरोप: “बिजली दर बढ़ाकर जनता को लूट रही है महाराष्ट्र सरकार”

 

नागपुर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आम आदमी पार्टी (AAP) ने महाराष्ट्र सरकार पर कड़े आरोप लगाए। पार्टी ने दावा किया कि राज्य में बिजली दरों में बेतहाशा वृद्धि के जरिए जनता को लूटा जा रहा है। AAP का कहना है कि महाराष्ट्र में बिजली की दरें देशभर में सबसे अधिक हैं, जो कि महाराष्ट्र विद्युत वितरण कंपनी (महावितरण) और महाराष्ट्र राज्य बिजली उत्पादन कंपनी (महाजनको) के बीच भ्रष्टाचार का परिणाम हैं।

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 महाराष्ट्र में 12 रुपये प्रति यूनिट बिजली कैसे?

 

आम आदमी पार्टी ने सवाल उठाया कि महाराष्ट्र जैसे समृद्ध राज्य में बिजली की दर 12 रुपये प्रति यूनिट तक कैसे पहुंच गई। पार्टी ने आरोप लगाया कि महावितरण द्वारा महाजनको से थोक में खरीदी गई बिजली की कीमतें अत्यधिक ऊंची हैं, और इसका सीधा असर राज्य की जनता पर पड़ रहा है।

 

 कोयला खरीद में भ्रष्टाचार

 

AAP ने आरोप लगाया कि महाजनको द्वारा कोयले की खरीद में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है। पार्टी के अनुसार, कोयला बिजली उत्पादन के लिए सबसे अहम कच्चा माल है, और इसका मुख्य स्रोत महाराष्ट्र राज्य खनन निगम (MSMC) है। 2019 में महाजनको ने MSMC को कोयला आपूर्ति का टेंडर दिया था, जिसके तहत खापरखेड़ा, कोराड़ी और चंद्रपुर के बिजली उत्पादन केंद्रों के लिए कोयला आपूर्ति की जा रही है।

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आम आदमी पार्टी का दावा है कि MSMC द्वारा महाजनको को घटिया गुणवत्ता का कोयला सप्लाई किया जा रहा है। 2019 के टेंडर के मुताबिक, महाजनको को 31% राख गुणता वाला कोयला आपूर्ति किया जाना था, लेकिन हकीकत में 50% से अधिक राख वाले खराब कोयले की आपूर्ति की जा रही है। इस निम्न गुणवत्ता वाले कोयले के कारण बिजली उत्पादन की लागत में वृद्धि हो रही है, जिससे राज्य में बिजली की दरें लगातार बढ़ रही हैं।

 

 कैलोरी मान कम, प्रदूषण बढ़ा

 

प्रेस कॉन्फ्रेंस में AAP ने खुलासा किया कि MSMC द्वारा आपूर्ति किए जा रहे कोयले का कैलोरी मान भी बेहद कम है। इसके चलते बिजली उत्पादन क्षमता प्रभावित हो रही है और उत्पादन केंद्रों की देखभाल की लागत भी बढ़ रही है। इस खराब गुणवत्ता वाले कोयले में एसपी धूल और डोला चार जैसे घटक मिलाए जा रहे हैं, जिससे न केवल बिजली उत्पादन की लागत बढ़ रही है, बल्कि बड़े पैमाने पर प्रदूषण भी फैल रहा है।

 

AAP ने कहा कि इन बिजली उत्पादन केंद्रों के आसपास के क्षेत्रों में लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ रहा है। सांस की बीमारियां, किडनी और हड्डी संबंधी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं, और इसका मुख्य कारण निम्न गुणवत्ता वाले कोयले का उपयोग है। पार्टी ने मांग की कि इस मामले में शामिल दोषियों के नामों का खुलासा किया जाए और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।

 

 कोयले की कालाबाजारी और महाजनको की भूमिका

 

आम आदमी पार्टी ने महाजनको पर आरोप लगाया कि वह MSMC से घटिया गुणवत्ता का कोयला प्राप्त कर रहा है, जिसे बाद में नाम मात्र रूप से अस्वीकार कर दिया जाता है। इस अस्वीकृत कोयले को ऊंची दरों पर उद्योगपतियों को बेच दिया जाता है, जिससे कोयले की कालाबाजारी हो रही है। AAP ने मांग की है कि इस कोयले के कैलोरी मान की जांच की जाए और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

 

 MSMC का टेंडर रद्द करने की मांग

 

आम आदमी पार्टी ने जोरदार मांग की है कि महाजनको को तुरंत महाराष्ट्र राज्य खनन निगम (MSMC) का टेंडर रद्द करना चाहिए। पार्टी का कहना है कि इस भ्रष्टाचार में शामिल सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, और इस पूरे मामले की निष्पक्ष न्यायिक जांच कराई जानी चाहिए।

 

AAP ने कहा कि जनता के पैसों की इस लूट को रोका जाना चाहिए, और महाजनको द्वारा अस्वीकृत किए गए कोयले के कैलोरी मान की जांच होनी चाहिए। दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए AAP ने कहा कि कोयले के इस काले बाजार पर अंकुश लगाना बेहद जरूरी है।

 

 भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग

 

प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में, आम आदमी पार्टी ने महाराष्ट्र सरकार से अपील की कि वह महावितरण और महाजनको के बीच हो रहे इस भ्रष्टाचार को रोकने के लिए तत्काल सख्त कदम उठाए। AAP ने कहा कि यदि इस मामले की जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो पार्टी राज्यव्यापी आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेगी। पार्टी ने जनता से भी अपील की कि वे इस भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज उठाएं और न्याय की मांग करें।

 

आम आदमी पार्टी के अनुसार, यह केवल बिजली की दरों में वृद्धि का मामला नहीं है, बल्कि यह जनता के साथ किए जा रहे अन्याय का भी सवाल है। महाराष्ट्र के लोग सबसे महंगी बिजली के लिए क्यों मजबूर हैं, जब देश के अन्य राज्यों में बिजली की दरें काफी कम हैं? पार्टी ने कहा कि यह स्थिति तब तक नहीं बदलेगी, जब तक कि महाजनको और MSMC के बीच हो रहे इस भ्रष्टाचार को खत्म नहीं किया जाता।

 

 निष्पक्ष जांच और न्यायिक प्रक्रिया की मांग

 

आम आदमी पार्टी ने मांग की कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष न्यायिक जांच होनी चाहिए। पार्टी ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए, और जिन लोगों ने इस घोटाले में जनता के पैसों की लूट की है, उन्हें कानून के दायरे में लाया जाना चाहिए। AAP ने यह भी कहा कि इस मामले में शामिल हर व्यक्ति की पहचान की जानी चाहिए और उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए।

 

पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जोर देकर कहा कि यह केवल एक राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि यह राज्य के नागरिकों के अधिकारों का मामला है। बिजली हर व्यक्ति की बुनियादी जरूरत है, और जब बिजली की दरें इतनी अधिक होंगी, तो इसका सीधा असर गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों पर पड़ेगा।

 

 जनता के लिए न्याय की मांग

 

आम आदमी पार्टी ने कहा कि राज्य सरकार को इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए और जनता को राहत प्रदान करनी चाहिए। बिजली दरों में कटौती के साथ-साथ भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। AAP ने कहा कि यदि सरकार इस मामले में निष्क्रिय रहती है, तो पार्टी जनता के साथ मिलकर सड़क पर उतरने के लिए तैयार है। पार्टी का मुख्य उद्देश्य है कि महाराष्ट्र के हर नागरिक को सस्ती और अच्छी गुणवत्ता की बिजली मिले, और इसके लिए वह हरसंभव कदम उठाने के लिए तैयार है।

 

आम आदमी पार्टी के इस आरोप ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दी है, और अब देखना यह है कि राज्य सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है।