उत्तर नागपुर में भूमाफियों का आतंक कई लोगों के पैसे फंसे रजिस्ट्री भी नहीं मिली ।

उत्तर नागपुर में भू माफिया का एक केस सामने आया है ।

नागपुर

नागपुर: हाल ही में उत्तर नागपुर में भू माफिया का एक केस सामने आया है जिसमे की भूमाफियाओं ने मौजा जलालखेड़ा खसरा नंबर 403 प्राण प्रतिष्ठानैशनल ट्रेड फेयरबटा १ जमीन पर लेआउट डालकर बेचने के लिए नारी रोड पर आकार परिवार नाम से डेवलपमेंट कार्यालय खोलकर आम नागरिकों को यहीं से प्लाट बेचने का काम शुरू किया गया था ।

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अनेक गरीब परिवार के लोगों ने अपने मेहनत का पैसा उसमें डालकर प्लाट खरीदा जिसमें उन्होंने ₹500 की मासिक किस्त देकर प्लांट की संपूर्ण राशि जमा की। पूर्ण राशि जमा होने के बाद जब प्लाट धारकों ने कवडु शालिकराम मेश्राम उसकी पत्नी और ऑफिस स्टाफ गणवीर नामक व्यक्ति से जब प्लांट के पैसे देने के बाद रजिस्ट्री लगाकर देने की बात कही तो इन भू माफिया ने धीरे-धीरे अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया और बेचारे प्लांटधारको को उन्होंने एक के बाद एक लगातार अलग-अलग तारीख के देना शुरू कर दीया बेचारे प्लाट धारक उनके ऑफिस के चक्कर लगाते रहे लेकिन इन भू माफिया ने उन्हें रजिस्ट्री लगाकर नहीं दी इस बीच कौड़ी शालिकराम मेश्राम जोकि नागपुर शहर में जिन्होंने प्लांट बेचा था वह शहर से फरार हो गया जब प्लांट धारको ने मेश्राम की पत्नी और गणवीर नामक व्यक्ति से रजिस्ट्री लगाकर देने की बात कही तो इन दोनों ने मेश्राम से वापस आने तक के हम कुछ नहीं कर सकते ऐसा कहा जिसके कारण प्लाट धारक फिर से एक बार खुद को ठगा सा महसूस करने लगे और रजिस्ट्री के लिए उनके घरों के चक्कर ऑफिस के चक्कर मारने लगे ।

आखिर एक दिन पता चला की कावडु शालीकराम मेश्राम की मौत हो गई मेश्राम की मौत के 5 महीने बाद जब प्लांट धारको ने मेश्राम की पत्नी से रजिस्ट्री लगा कर देने की बात कही तो उसकी पत्नी ने धमकी देते हुए कहा कि आज के बाद तुम लोग मेरे घर पर नहीं आना तुम अभी गणवीर नामक व्यक्ति से रजिस्ट्री लगवा ले या बाकी हिसाब गणवीर से ही करें बेचारे प्लांट धारको ने तब से अनेक बार मिन्नते की लेकिन प्लाट धारकों को राहत और न्याय नहीं मिला और दूसरी तरफ उनके मेहनत की सारी कमाई भी डूबती नजर आने लगी अब मेश्राम की पत्नी को कही से बड़ी रकम प्राप्त हुई ऐसा प्लाट धारकों को पता चला जिसकी वजह से उनके अंदर एक नई आशा की किरण जागी है जिससे इन प्लांट धारको को लगा कि कम से कम यह रकम से तो भी हमारे प्लांट की रकम वापस मिले या कम से कम हमारी प्लाटों की जो है वह रजिस्ट्री लगाकर मिले इस हेतु न्याय मांगने को मजबूर वंश उन्होंने पुलिस स्टेशन में भूमाफिया के विरोध में रिपोर्ट की माननीय वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक साहब से गुजारिश की की इस प्रकरण में वह चौकसी कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई करें क्योंकि माननीय पुलिस आयुक्त साहब नागपुर इन्होंने ऐसे भूमाफीयों के प्रति कठोर कार्रवाई की शुरुआत की है अतः इनको अभी केवल प्रशासन से ही उम्मीद है कि उनके प्लाटों की रजिस्ट्री की जाए ।

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इसलिए उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पक्ष शरद चंद्र पवार गट के झोपड़पट्टी मोर्चा के नागपुर शहर अध्यक्ष बंटी अलेक्जेंडर से मदद मांगी जिसके वजह से उन्होंने कपिल नगर पुलिस स्टेशन में एक निवेदन दिया गया । जिसमें उनको न्याय दिलाने की बात कही गई इसमें मंजुला गजभिए , विमल पाटिल, गौतमाबाई गजभिये, सुरेखा जीवने, राजेश रोशन बसोड़ तथा कई सारे प्लाट धारक उपस्थित थे।

अब देखना यह होगा कि पुलिस प्रशासन ऐसे भूमाफियाओं पर क्या कार्रवाई करता है।